Vishal Singh
Email : vishal.singh@dpsn.org.inAnjali Mishra
Email : anjali.mishra@dpsn.org.inAnjana Wahie
Email : anjana.wahie@dpsn.org.inसाहित्य सागर
काव्य
साखी,
गिरिधर की कुण्डलियाँ,
स्वर्ग बना सकते हैं।
गद्य
व्याकरण
अपठित गद्यांश,
विलोम,
पर्याय,
विशेषण,
भाववाचक,
पत्र –लेखन,
प्रस्ताव-लेखन
उपसर्ग,
प्रत्यय,
निर्देशनुसार वाक्य परिवर्तन,
मुहावरें।
परियोजना
साहित्य सागर
व्याकरण
अपठित गद्यांश,
विलोम,
पर्याय,
भाववाचक,
विशेषण,
निर्देशनुसार वाक्य परिवर्तन,
मुहावरें।
साहित्य सागर
काव्य
वह जन्मभूमि मेरी,
मेघ आए,
सूर के पद,
गद्य
नेताजी का चश्मा,
भीड़ में खोया आदमी
बड़े घर की बेटी
व्याकरण
अपठित गद्यांश,
विलोम,
पर्याय,
विशेषण,
भाववाचक,
पत्र –लेखन,
प्रस्ताव-लेखन
उपसर्ग,
प्रत्यय,
निर्देशनुसार वाक्य परिवर्तन,
मुहावरें।
परियोजना
साहित्य सागर
वह जन्मभूमि मेरी,
व्याकरण
पत्र-लेखन,
विलोम,
पर्याय,
विशेषण,
भाववाचक,
निर्देशनुसार वाक्य परिवर्तन,
मुहावरें।
साहित्य सागर
काव्य
विनय के पद,
चलना हमारा काम है,
मातृ मंदिर की ओर
गद्य
भीड़ में खोया आदमी
अपना-अपना भाग्य
व्याकरण
अपठित गद्यांश,
विलोम,
पर्याय,
विशेषण,
भाववाचक,
पत्र –लेखन,
प्रस्ताव-लेखन
उपसर्ग,
प्रत्यय,
निर्देशनुसार वाक्य परिवर्तन,
मुहावरें।
साहित्य सागर
भीड़ में खोया आदमी
व्याकरण
अपठित गद्यांश
विलोम,
पर्याय,
विशेषण,
भाववाचक,
निर्देशनुसार वाक्य परिवर्तन,
मुहावरें।
साहित्य सागर
काव्य
दो कलाकार
पुनरावृति।
गद्य
भिक्षुक
पुनरावृति।
व्याकरण
अपठित गद्यांश,
विलोम,
पर्याय,
विशेषण,
भाववाचक,
पत्र –लेखन,
प्रस्ताव-लेखन
उपसर्ग,
प्रत्यय,
निर्देशनुसार वाक्य परिवर्तन,
मुहावरें।
साहित्य सागर
व्याकरण
पत्र-लेखन,
विलोम,
पर्याय,
विशेषण,
भाववाचक,
निर्देशनुसार वाक्य परिवर्तन,
मुहावरें।
काव्य मंजरी
साखी,
बाल-लीला,
एक फूल की चाह
गद्य संकलन
पुत्र –प्रेम ,
गौरी,
शरणागत
सारा आकाश
भाग - १-५
व्याकरण
अपठित गद्यांश,
निबंध,
अशुद्ध वाक्यों को शुद्ध करना,
मुहावरों से वाक्य निर्माण।
काव्य मंजरी
बाल–लीला के पद,
व्याकरण
अपठित गद्यांश,
अशुद्ध वाक्यों को शुद्ध करना,
मुहावरों से वाक्य निर्माण
काव्य मंजरी
आ : धरती कितना देती है,
नदी के द्वीप,
गद्य संकलन
आउट साइडर,
क्या निराश हुआ जाए,
सती।
सारा आकाश
भाग - ६- १२
व्याकरण
अपठित गद्यांश,
निबंध,
अशुद्ध वाक्यों को शुद्ध करना,
मुहावरों से वाक्य निर्माण।
काव्य मंजरी
आउट साइडर
व्याकरण
अपठित गद्यांश,
अशुद्ध वाक्यों को शुद्ध करना,
मुहावरों से वाक्य निर्माण
काव्य मंजरी
जाग तुझको दूर जाना है,
तुलसीदास के पद
गद्य संकलन
भक्तिन,
मजबूरी,
दासी
सारा आकाश
भाग - ११- १७
व्याकरण
अपठित गद्यांश,
निबंध,
अशुद्ध वाक्यों को शुद्ध करना,
मुहावरों से वाक्य निर्माण।
काव्य मंजरी
जाग तुझको दूर जाना
व्याकरण
अपठित गद्यांश,
अशुद्ध वाक्यों को शुद्ध करना,
मुहावरों से वाक्य निर्माण
काव्य मंजरी
बादल को घिरते देखा है
पुनरावृति
गद्य संकलन
संस्कृति क्या है ?
पुनरावृति
सारा आकाश
भाग - १८-२०
व्याकरण
अपठित गद्यांश,
निबंध,
अशुद्ध वाक्यों को शुद्ध करना,
मुहावरों से वाक्य निर्माण।
काव्य मंजरी
संस्कृति क्या है ?
सारा आकाश
व्याकरण
अपठित गद्यांश,
अशुद्ध वाक्यों को शुद्ध करना,
मुहावरों से वाक्य निर्माण